नोङमा लाक्खी : राजकुमारी देवऋता
एक दिन
खोजा सरे बाजार में
खोजा काङजैबुङ1 में
खोजा इम्फाल बुक-फेयर में
खोजा कोमबिरै गार्डन में
खोजा मोइराङ लाइ हराओबा2 में
खोजा सङाई फेस्टिवेल में
खोजा निङ्थेम कीर्तन में
तुम्हें, तुम्हें ही, केवल तुम को
खोज पाई या नहीं, नहीं जान पाई, खोज रही अब भी
एक दिन
आए थे तुम, मेरे निकट
मिलने नहीं, केवल दिखने के लिए। -
1. मणिपुर का एक विशाल
मैदान जहाँ पोलो खेल की शुरुआत हुई थी।
2. लाई अर्थात देवता को
प्रसन्न करने के लिए किया जाने वाला आयोजन।
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