मणिपुरी लोक गीत
1. लौ यानबा (खेत खुदाई गीत)
इपा लौने हो.....याल्लो
हो.... यानसे I
ईपू लौने याल्लो
हो यानसे I
ताङखुन शरम
पाखंबगी लौने याल्लो
हो .... यानसे I
ताङखुन नुराबीगी लौने
हो .... यानसे I
पान मनाओ तानबा याल्लो
हो ..... यानसे I
शिङ मनाओ तानबा याल्लो
हो .... यानसे I
थाङगी मपाल फाननबा याल्लो
हो ..... यानसे I
लोइमोम माहै चुम्ननबा
याल्लो
हो ..... यानसे I
@ संग्रहकर्ता और व्याख्याता : चांदम
ओकेनजित सिंह
गायक : युम्लेम्बम याईमा सिंह ( अमाईबा
)
प्रस्तुत गीत बहुत ही
पुराने समय में खेतों की खुदाई के समय अर्थात लौ यानबा के समय गाए जाते थे I
परन्तु यह गीत आज मुख्य रूप से लाइहराओबा के अवसर पर एक अनिवार्य धार्मिक अनुष्ठान
के रूप में गए जाते हैं I
हाथ में फावड़े लेकर खेत की खुदाई कर रहे किसानों के बीच में से किसी एक द्वारा प्रोत्साहित करते हुए गाते हैं और बाकी लोग अनुकरण करते हुए हाँ में हाँ मिलाकर गाते हैं।
2. मोइथाप नाईबगी इशै (सूत
कातते समय गाये जाने वाला गीत)
शिनाइफानसु कैरुंबा
लैपाक वाबू थोकले वायेल्लो
I
लैपाक वासु थोकसनु
कैरुंबाना वायेल्लू I
पिचुरैगी फम्मांदा
तकुप तरेङ ङाल्लिबा
करीनो खङनिङी I
तकुप तारेङ नत्तेये
लाङथेलगी पाखं अङाओबना
काओरेलगी काङमै खुबगी
ङानबने I
चहुई पोकपी मैचाकले I
अङम्बा कनाना थाबनो खङनिङी
मरिंगी पाखं अङाओबना
तालोई शिङजा लाङबागी थाबने
I
लोक्ताक मायादा फिशुबी
अङम्बा कनागी चरैनो खङनिङई
I
अङम्बा कनागी नत्तेये
खुमन वाइना चरै कि नोङयाई
खम्बगी
लेमलै ङाहिङ नम्बगी शुबने I
@ गायिका :
पंचशिनी
संग्रहकर्ता :
लोइतोंबम सनाजाओबा
प्रस्तुत गीत थौबाल जिले के लाङथेल नामक बस्ती
में स्त्रियों द्वारा सूत कातते समय गाया जाने वाला एक लोकगीत है I यह गीत
स्त्रियों के द्वारा आपस में सवाल – जवाब करते हुए गाया जाता हैI पहले एक स्त्री
अपनी इच्छा प्रकट करती हुई गाती है और बाकी के लोग गाने के रूप में जवाब देती हैं
I इस प्रकार सूत कातने वाली स्त्रियाँ हंसी मजाक करती हुई मनोरंजन के साथ काम करने
की प्रवृत्ति को इस गीत में दिखाया गया हैI


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